Rahul Gandhi interview with Satyapal Malik

 राहुल गांधी हाल ही में सत्यपाल मलिक जी से पुलवामा अडानी मिडिया किसान और गरीबी के बारे में बातचीत किए यह एपिसोड उसी का समरी है। 



राहुल गांधी और सत्यपाल मलिक जो बिहार जम्मू-कश्मीर गोवा और मेघालय के गवर्नर रह चुके हैं। सत्यपाल मलिक जी ने पुलवामा हमले पर खुलासा करते हुए कहते हैं मैंने जब इसके बारे में चर्चा की मिडिया से बातचीत की तब मुझे चुप करा दिया गया। इसके बाद पुलवामा हमले से चार महिना पहले से आर्मी ने पांच प्लेन मांगें थे गृह मंत्रालय से लेकिन उनकी कागज चार महिने तक होम मिनिस्ट्री के टेबल पर पड़ी रही और उन्होंने आगे नहीं बढ़ाया प्लेन नहीं दिया। हमले के बाद जब सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के लोगों से बातचीत की तब लोगों ने बताया कि यह गाड़ी दस बारह दिन से लगातार घूम रही थी जिस गाड़ी से हमला हुआ था। 


राहुल गांधी कहते हैं जब मैं एयरपोर्ट गया हमले के बाद तब मुझे सिक्योरिटी ने एक रूम में बंद कर दिया था मैं लड़कर बाहर निकला और देखा वहां सबकुछ प्रोग्राम जैसा था मतलब मोदीजी आ रहे हैं दूसरी तरफ से आर्मी की शव आ रही है सबकुछ को एक बड़े प्रोग्राम की तरह प्लान किया था और इसका फायदा उन्होंने 2019 के इलेक्शन में उठाया कहा कि जब आप भोट देने जाए तब पुलवामा को याद करके भोट देना मोदीजी ने कहा था हम इस पर कार्रवाई करेंगे लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। 


अडानी मुद्दे पर कहते हैं राहुल गांधी की जब अडानी का मुद्दा बहुत बाहर आ रहा था तब इन्होंने अतीक अहमद का मुद्दा उठाया और दिन रात टीवी पर प्रसारित करते रहे जिससे अडानी का मुद्दा ठंडा पड़ने लगा। 


सत्यपाल मलिक कहते हैं प्रींट मिडिया डिजिटल मीडिया हर चीज को अपने तरफ कर लिया है सिर्फ हमारे पास सोशल मीडिया ही बचा है जिससे हम अपनी बात लोगों तक पहुंचा सकते हैं। 


राहुल गांधी कहते हैं फेसबुक इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर मेरे सोशल मीडिया अकाउंट को काफी दबाया जाता है ताकि मेरी बात लोगों तक पहुंचे ही नहीं। 


सत्यपाल मलिक जी कहते हैं ये लोग अभी रास्ता ढूंढ रहे हैं सोशल मीडिया को भी कंट्रोल करने की लेकिन अभी तक इन्हें मिला नहीं है ये लोग हमारी आवाज को दबा देते हैं लेकिन जो हमारे समर्थक हैं उनके जरिए हमारी बात लोगों तक पहुंचती है। 


आगे इन्होंने एमएसपी पर चर्चा किए तब राहुल गांधी कहते हैं जो एमएसपी है इसे तुरंत लागू करना चाहिए। सत्यपाल मलिक जी कहते है एमएसपी के बारे में लोगों को पता ही नहीं है जिस वजह से लोग आवाज नहीं उठाते। एमएसपी किसान की फसलें को सरकार दाम तय करती है और उस रेट से अगर नीचे गिरने लगेगी तब सरकार किसान का फ़सल खरीदेगी। फसल का मतलब है जो आप रोज की चीजें बाजार से खरीदते हैं जैसे सब्जी चावल दाल लसुन प्याज इत्यादि। अगर एमएसपी लागू होगा तब वित्त मंत्री सीतारमण कभी नहीं कहेगी कि मैं लसुन प्याज और टमाटर नहीं खाती तब उसे पता होगा कि अगर फसल का दाम नीचे गिरा तो मुझे ही खरीदना होगा और इस वजह से फ़सल के दाम हमेशा मेनटेन रहेगा। जिससे गरीब लोग भी अच्छे से दो वक्त का खाना खा सकेंगे। 


आगे राहुल गांधी कहते हैं अभी अडानी इंडोनेशिया से कोयला खरीद रहा है और भारत में डबल रेट में बेच रहा है और बिजली का बिल तीन गुना ज्यादा बढ़ते जा रहा। सत्यपाल मलिक जी कहते हैं किसान और आम आदमी को पता ही नहीं है कि वह गरीब हो रहा । जब वह फसल बेंचने जाता है और बेचकर आता है और जब वह सामान खरीदता है तब उसे पता चलता है कि उसने पिछले साल इतने ही पैसे में ज्यादा सामान खरीदा था लेकिन इस साल कम सामान खरीद पाया। 


अडानी बड़े बड़े गोदाम बना दिया और फ़सल खरीदकर रखने लगा जब फसल की रेट बढ़ती है तब वह बेचना शुरू करता है इस वजह से महंगाई पर पुरा कंट्रोल अडानी का हो गया। आम आदमी बस मोदी मोदी चिला रहा। 


राहुल गांधी कहते हैं इस वजह से अब मैं लोगों के पास जाकर उन्हें ये सारी बातें समझाता हूं और लोगों से उनकी बातें सुनता हूं। क्योंकि टीवी वाले मैं बोलता कुछ हूं और दिखाते कुछ और है सत्यपाल मलिक कहते हैं लोगों को भरोसा उठ गया लोगों ने अब टीवी देखना बंद कर दिया है । लोगों को पता है ये लोग सिर्फ झूठ दिखाते हैं

आगे 

सत्यपाल मलिक जी कहते हैं ये लोग कुछ करते नहीं है बस नाम बदल देंगे और इधर की चीजें उधर करते रहेंगे। 


इसी के साथ यह एपिसोड यही पर समाप्त होता है एपिसोड को लाइक करे कमेंट में अपनी राय जरुर दें। आपकी कमेंट बहुत मायने रखती है। धन्यवाद 



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