LinkedIn वाला प्यार - My 21st Love
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LinkedIn वाला प्यार |
कहानी शुरू होती है, 3 अप्रैल सन् 2020 आप सोच रहे होंगे कि इसे फिर सन् 2020 लिखने की क्या जरूरत थी। तो हाल कुछ ऐसा है, प्यार में एक दिन की जुदाई एक साल मानी जाती है और मेरे महबूब की हाल ये है कि उसकी घर में कुछ समस्या चल रही है जिससे वह मुझसे बात नहीं कर पा रही। जिससे पांच सात दिन की जुदाई पांच सात साल लग रही है।
ऐसे में मेरी हालत कुछ ऐसी है कि उसकी याद में हमने आंसुओं की बाढ़ लगा दी है। आप सोच रहे होंगे कि LinkedIn से कैसे लड़की पटा लिया ये तो बिजनेस वाला साइट है। अब तो आप भी बेचैन हो रहें होंगे कि कैसे मैं भी पटाऊं।
इस जवाब को देने के लिए मैं आपको लेकर चलता हूं हमारी कहानी शुरू होने से पहले। जब मेरा 16 वां गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप हुआ तब मैंने लेखक के तौर पर अपना कैरियर शुरू किया। ग़म इतना था कि सिर्फ दिल से दर्द वाले पोस्ट लिखता था। एक दिन मेरा पोस्ट एक बड़े कम्पनी के चेयरमैन ने देखा और मुझे काम मिल गया। कुछ दिन तक वहां भी लेखक के तौर पर काम किया और अपनी सफलता को देखकर मैंने खुद की कम्पनी बनाने की सोची।
सफलता और मैं
एक छोटी-सी साइट से अपनी कहानियों को एक नया मोड़ दिया। कुछ दिनों में मेरी कहानियां फिर से लोगों के दिलों में राज करने लगी और मेरी एक कहानी पर साऊथ इंडियन की फिल्म बनीं। इस तरह मैंने अपना शासन बनाया। लोगों के दिलों में राज करने का मतलब है। ढ़ेर सारा पैसा। इतना पैसा एक साथ देखकर मैं पागल हो गया। फिर मैंने एक के बाद एक साइट बनानी शुरू दी। लेकिन उससे पहले पीछे चलते हैं। जब पहली साइट से मैंने ढेरों पैसे कमाएं और मेरा जब पागलपन शुरू हुआ ।
इतना पैसा आने के बाद मैंने अपनी इच्छाओं को पूरा करना शुरू कर दिया। पहले पुरे शहर के बीच में घर खरीदा उसके बाद ऐ सी , फ्रिज, वासिंग मशीन , गीज़र , सबसे महंगी बाइक और राॅयल्स रॉयल कार । उसके बाद मैंने नाइट क्लब में जाना शुरू किया। दारू और बीयर से मज़ा नहीं आ रहा था अब जिंदगी में कुछ बड़ा करने का था। मैं नई नई लड़कियों के साथ रातें बीताने लगा। जिंदगी में और कुछ बड़ा करने को था। मैंने इस बार कोकिन और ड्रगस भी लेना शुरू कर दिया। अब जिंदगी रोमांचक से भर गया था। लेकिन एक लड़की के साथ रातें बीताना ऊबाव था। इसलिए मैंने तीन लड़कियों के साथ रातें बीताने लगा। सेफ्टी युज करना भूल जाता था कई बार तो ।
Chlamydia
कुछ दिनों में मुझे chlamydia हो गया। यह बिमारी ज्यादा लोगों से सेक्स करने से होती है। यह तब होगी जब इंसान बिना कोंडोम के कई लोगों से सेक्स करता है। मेरी अक्ल ठिकाने आ गई थी। अब जिंदगी में बदलाव की शक्खत आवश्यकता थी। इसलिए मैं जर्मनी चला गया और वहां जाकर मैंने अपने मन को काबू करना सीखा। जर्मनी में एक आश्रम है जहां लोगों को उनकी सेक्स की समस्या दूर करने में और दिमाग को काबू करना सीखाया जाता है।
कुछ दिनों में मेरे में सुधार आने लगें और धीरे धीरे फिर से मैंने अपना काम शुरू किया। उसके बाद मैं कनाडा चला गया दो साल के लिए जहां मेरी चार प्रेम कहानी चलीं। बीच-बीच में मैं अपना थेरेपी लेता रहा और फिर जब मेरी हालत सुधरी तब 2020 शुरू हुआ।
जनवरी से मैं अपना काम मन लगाकर कर रहा था। अच्छी कहानियां लिखता लोगों को पसंद आती। लेकिन तब तक कोरोना जैसी महामारी ने अपना पैर पुरी दुनिया में रखने वाला था। दो महीने बाद भारत में पुरी तरह बंदी कर दी गई।
अब मैं घर बैठे बोर हो रहा था। की अपने पड़ोसी को देखा अपनी गर्लफ्रेंड से बात कर के बहुत खुश है।तो मैंने भी सोचा मेरी भी एक गर्लफ्रेंड होनी चाहिए। फिर मैंने अपनी पुरानी गर्लफ्रेंड्स को मैसेज किया उसने कोई जवाब नहीं दिया।
अचानक मैसेज आया LinkedIn से Alisha viewed your profile मैंने मैसेज किया उसने भी कोई मैसेज नहीं कि। इस बंदी में दिमाग ख़राब हो रहा था। उपर से दारू दुकान भी बंद । उन दिनों की याद आने लगी जब बीयर फ्रिज में भरकर रखता था और जब मन किया तब दो पैक मार लिया। पुरा घर ढूंढता की कहीं एकाद बोतल गिरा हुआ हो तो मिल जाए लेकिन मिला नहीं।
इस तरह एक दिन लड़की देख-देख कर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहा था। रात के 10 बजें की एक लड़की ने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लिया। मैंने जब हाई लिखा तो उसने हलो मैसेज किया। और जब हाय का जवाब हलो से मिल जाए तो समझो काम बन गया। उस रात हमने 3 बजे रात तक बातें की ।
पुरा महीने कसमें वादे प्यार की बातें करते गुजार दिए की अचानक उसकी कुछ दिक्कतें हो गईं घर में और वो बातें नहीं करनें लगी। तीसरे दिन पता चला कि उसके पिता जी को हार्ट अटैक आई हुई है और वो होस्पीटल में है।
इस कारण को जानकर मैं कुछ दिनों तक शांत रहा। लेकिन अब धीरे धीरे सब्र का बांध टूट रहा था और अचानक दारू दुकान खुल गई। उसके बाद तो अब रोज़ एक बोतल के साथ ग़म में डूबा हुआ रहता हूं।
इंतजार है बस उस दिन का जब वह फिर से हंसते हुए वापस आएगी।
अरररररर् रे बैल
उठेगा कि
ये नहीं कि उठकर नहा धोकर खाना खाएं
ये लड़का पहले चप्पल खाएगा फिर खाना खाएगा।
पता नहीं रात भर कौन सा जंग लड़ने जाता है। 10-10 बजे तक सोएगा।
बाबूजी ने सपना खराब कर दिया वरना स्वर्ग की अप्सरा मेनका से मिलकर ही उठता।
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