Love Story in Hindi - Galti Kiski - Sasaplanet
गलती किसकी - A fiction based love story
Galti Kiski |
पुजा सिर्फ 17 साल की थी, जब उसने आकाश को देखा था। उस वक्त पुजा 11 वीं क्लास में थी और आकाश भी उसी क्लास में था। उस वक्त उन दोनों को मालूम नहीं था कि वें दोनों एक-दूसरे के इतने करीब आ जाएंगे।
समय बीतता गया और धीरे - धीरे उन दोनों में बातचीत शुरू हो गई। सफ़र ये नोट्स मांगने से शुरू हुआ था।
1 साल बाद 12 वीं क्लास में वे दोनों एक-दूसरे को काफ़ी पसंद करने लगे थे।
दोनों को एक-दूसरे से बेहद प्यार हो गया था, लेकिन दोनों में से कोई इज़हार करना नहीं चाहता था। पुजा को लगता कि पहले आकाश इज़हार करे और आकाश को लगता कि पहले पुजा इज़हार करे।
पुजा ने अपनी सहेली शाक्क्षी से पूछी ?
शाक्क्षी क्या मैं आकाश को प्रपोज कर दूं?
शाक्क्षी ने कहा यार तू पागल तो नहीं न हो गई है, लड़कीयां पहले प्रपोज नहीं करतीं तु थोड़ी इंतजार कर देख वह खुद प्रपोज करेगा।
आकाश भी अब बेचैन रहने लगा था। उसे लगने लगा था कि अगर वह अब नहीं करेगा तो एक साल बाद वो उसे खो देगा। इस बीच उसने अपने दोस्त मानव से पूछा क्या क्यूं समझ नहीं आ रहा वो भी इज़हार नहीं कर रही और मैं भी नहीं कर पा रहा और पढ़ाई भी नहीं हो पा रही इस चक्कर में ।
मानव ने कहा अपने दिल की सुनो। जो दिल कहता है वहीं करो।
आकाश लेकिन अगर उसने कबूल नहीं की तब इसलिए भी डर रहा हूं।
मानव देख डर मत अगर कुछ हुआ तो हमलोग सम्भाल लेंगे।
आकाश अगले दिन थोड़ी हिम्मत जुटाकर वह पुजा के पास गया और बोला पुजा छुट्टी के बाद रूकना कुछ जरूरी बातें करनी है।
छुट्टी के बाद पुजा आकाश का इंतजार कर रही थी स्कूल के बाहर तभी आकाश अपनी हिम्मत जुटाकर गया और बोला पुजा मैं तुमसे प्यार करता हूं मुझे नहीं मालूम कि तुम भी करती हो या नहीं या फिर तुम एक्सेप्ट भी करोगी या नहीं लेकिन मैं तुम्हें सदैव प्यार करता रहूंगा।
आकाश की धड़कनें तेजी से धड़क रही थी। पुजा ने कहा मुझे सोचने के लिए वक्त दो ?
पुजा अंदर ही अंदर खुश थी कि आकाश आज तो इज़हार किया। दूसरी तरफ आकाश को टेंशन थी उसे खाना भी नहीं खिला रहा था हजारों किस्म के सवाल थे मन में।
रात के 10 बजे घंटी बजती टन आकाश के मोबाइल में । आकाश को लगा कम्पनी का मैसेज होगा ये सोचकर उसने मोबाइल चेक नहीं किया। 1 घंटे बाद एक और मैसेज आया । आकाश को आज मोबाइल भी नहीं छूने का मन कर रहा था। तभी वह मोबाइल में कुछ देखने के लिए खोला तभी देखा आइ लव यू टू लिखा था । आकाश खुशी से पागल हो उठा उस रात वह रात भर नहीं सोया बस एक-दूसरे से मैसेज में बातें करते सुबह हो गई थी।
इस तरह प्यार में कब एक साल पार हो गया पता ही नहीं चला। फाइनल परीक्षा शुरू हो गया ।
परीक्षा हुई दो महीने बाद रिजल्ट आया आकाश फेल हो गया था और पुजा पास हो गई थी।
पुजा को थोड़ी अफसोस था कि आकाश पास नहीं हो पाया लेकिन के घर वालें काफी खुश थे। पुजा अब काफी इक्साटेड थी नई कालेज में जाने का।
पुजा का एडमिशन एक बड़े कालेज में हो गया था।
अंतिम दिन
मानस पुजा के ही क्लास में था , झूठ और फरेब का खजाना, मानस की एक खास बात थी कि वह लोगों का दिमाग पढ़ना , दिमाग को डाइवर्ट करना अच्छी तरह जानता था। मानस को समय लगता था लोगों को समझने में लेकिन उसने दुनिया देखी। लोगों को अपने इसारो पे नचाना जानता था।शुरू के दिनों में पुजा उससे बात तक नहीं करतीं थीं। लेकिन क़िस्मत भी कुछ होती है। क़िस्मत पुजा और मानस को की चीज़ों में एक साथ होने पे मजबूर कर दिया था। की सारे उन्होंने एक साथ स्टेज शो भी किए और मेडल भी जीते।
इधर आकाश एक साल बाद परीक्षा लिखा और फिर फेल हो गया ।
अब तो आकाश चीड़ - चीड़ा सा रहने लगा था, बात बात में पुजा और आकाश की लड़ाई होती।
मानस हर रोज़ अपनी आदतों की वजह से रोज़ देर उठता और क्लास लेट से आता । मानस का नशा करना अब उसका आदत बन चुका था । हर रोज क्लास लेट से आने के कारण एक दिन मैडम ने पूछा मानस तुम हर रोज़ लेट क्यो आते हो ?
मानस मैम मैं एक गैराज में काम करता हूं। देर रात तक काम करता हूं और सुबह में थोड़ा काम देख कर आता हूं इसलिए लेट हो जाता हूं।
इस बात से टीचर भावूक हो उठी और शाबाशी दी। अन्य लड़के-लड़कियों भी हैरान थे । पुजा भी अब उससे अच्छे से बातें करने लगी थी। मानस अंदर ही अंदर हस रहा था क्योंकि पहले उसके अटेंडेंस नहीं बनता था लेकिन अब बनेगा वह यह जान चुका था । और यही होता ।
पुजा अब मानस में दिलचस्पी दिखाने लगी थी । धीरे - धीरे मानस और पुजा में अच्छी बातें होने लगी।
इधर आकाश को काफ़ी टेंशन था तभी किसी बात से उसका पुजा से लड़ाई हो गई और पुजा ने उससे बातें करना बंद कर दी।
पुजा अब मानस से बातें करने लगी और धीरे धीरे बातें प्यार में बदल गई।
एक गलती
मानस लड़कीयों के मामले में तेज़ था। उसने पुजा को अपने साथ सोने के लिए मनाने लगा। कुछ दिन में पुजा मान गई और फिर इस तरह उन्होंने कई रातें एक साथ गुजारी।एक दिन उन्होंने एंटीसेप्टिक यूज़ नहीं किया।
और बातों ही बातों में दवाई अन वांटेड 72 भी नहीं ली पुजा।
एक दिन उसे उल्टी होनी शुरू हो गई। वह घबरा गई। उसने मानस को फोन किया । मानस नशे में धूत था। पुजा ने सारी बात बताई वह नशे में सच्च बोलने लगा, कहा मैंने तो तुम्हारा सिर्फ यूज़ किया मैं कुछ काम वाम भी नहीं करता बस तुम्हें फंसाने के लिए झूठ का इस्तेमाल किया बाकी तुमने भी साथ में गलती की तो मैं क्या करूं , गेट लोस्ट कह कर उसने फोन काट दिया।
पुजा के पैर के नीचे से ज़मीन खीसक गई थी। वह रात भर रोती रही। अगले दिन उसने जांच करवाई तो वह सचमे पेट से थी। उसकी दुनिया खत्म हो चुकी थी। वह अपनी गलती को किसी और के साथ बांटना नहीं चाहतीं थीं, वह अपने माता-पिता से भी अपने गलती नहीं बतानी चाही।
अंत में उसने यह दुनिया छोड़ देने का फैसला की और उसने आकाश को एक मैसेज भेजी मुझे माफ़ कर देना और मानस को मैसेज भेजी खुद को माफ़ कर लेना।
उसके बाद पुजा ने फांसी लगा ली।
- Author - Amit Rockz
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