Alfendro Galaxy science Fiction Story
चेतावनी :- यह कहानी 18 साल से कम उम्र के बच्चों को पढ़ना मना है ,क्योंकि यह कहानी बहुत ज्यादा काल्पनिक वैज्ञानिक कथा है। और ऐसी कथा बच्चों का दिमाग़ घुमा सकता है ,और वे दुसरी दुनिया की कल्पना कई दिनों तक अपने दिमाग़ में करते रह सकते है ,जिससे उनका दिमाग ख़राब हो सकता है।
भाग -१
जैसा की हमें बताया गया है ,की इस दुनिया में सिर्फ हम ही इंसान है और हमारे आलावा कोई भी दुनिया नहीं है ,लेकिन कुछ लोग एलियन जैसी चीजों को मानते है।
आज का दिन से एक साल पहले 2018 जब पूरी दुनिया में टेक्नोलॉजी का असर दिख रहा था और पिछले 2 सालों में भारत टेक्नोलॉजी की दुनिया में काफी तेजी से उभर कर आया है। इंसानो और मशीनो में काफ़ी बदलाव आए है ,जब से टेक्नोलॉजी भारत आया है।
मेरा नाम बादल है उम्र 24 साल ,देश -भारत ,राज्य -झारखण्ड। मैं एक अविष्कारक वैज्ञानिक बनना चाहता था ,लेकिन मेरे पास साधन की कमी थी ,मैंने एक साधारण कॉलेज से ग्रेजुएशन किया इतिहास से। इस तरह तीन साल निकल गए। 2021 (2019 से तीन साल बाद )
लेकिन मेरे अंदर से कुछ नया खोज करने का जज्बा अब भी था। मैं तो अब कुछ -कुछ चीजों को बनाने भी लगा था ,लेकिन बार -बार असफल होता। पैसे की कमी थी इसीलिए मैंने पेपर बेचना शुरू किया। मैं जब अपने दोस्तों से मिलता तो वह बोलते और भाई तुम्हारे अंदर से अविष्कारक का कीड़ा मरा की नहीं अब तक ,मैं हँस कर बोलता नहीं। कई दिन तक मैं कुछ नया करने का सोचा और कई राते जागी लेकिन असफल रहा। एक दिन पेपर बेचकर घर आकर पेपर पढ़ रहा था तब मेरी ध्यान लास्ट पेज में छपे Nicola Tesla के अविष्कार के बारे में पढ़ा। शायद वह एक सुराग था गॉड की ओर से मैंने तुरंत लैपटॉप खोला और Nicola Tesla के अविष्कार और जीवनी पढ़ने में पूरी समय लगा दी बिना कुछ खाय पिए। और मुझे उनके कई ऐसे उपकरणों के बारे में पता चला जिसे वह बनाना चाहते थे। तो शुरूवात मैंने इंडक्शन मोटर से की सबसे पुरानी टेक्नोलॉजी यूज़ करके मैं इंडक्शन मोटर बनाने में सफल रहा। मेरी खुशी का ठिकाना न था फिर मैंने उनके कई ऐसे अविष्कार को पढ़ा जिन्हे वह पूरा नहीं कर पाए थे जैसे फ्री बिजली ,टाइम मशीन। तो मैंने फिर फ्री बिजली बनाने का सोचा और मुझे उनके बिचारो को समझने में कई महीने लगे ,लेकिन मैंने ६ महीने में फ्री बिजली का अविष्कार किया ,लेकिन मैंने इसे दुनिया के सामने नहीं दिखाने का सोचा और मैंने अपने गावं में यह मशीन लगाई और सबके घर में एक ट्रांसमीटर सबसे छिपाकर इसमें मेरे कई दोस्त हेल्प किये और यह बिलकुल भी काम किया हमारा गाओं में अब कभी भी बिजली नहीं कटने लगी। लोग हैरान थे। इससे गांव के लोग खेती -बारी अच्छे से करने लगे।
यह बात जायदा दिन तक नहीं छिपी और बात हवा की तरह फ़ैल गई। सरकार की ओर से कुछ अधिकारी आए जांच करने और फिर मुझे सरकार की तरह से अवार्ड मिला। और सरकार ने मेरे इस टेक्नोलॉजी को करोड़ो रूपये में ख़रीदा और हर तरफ लगने लगा ,इस तरह मेरी चर्चा अंतर्रास्त्य हो गई और भी देश मुझे कॉन्ट्रैक्ट देने लगे इस मशीन को खरीदने का। मैंने कई देशों के साथ सौदा किया और एक साल बाद मैं अविष्कार के लिए ग़ायब हो गया।
टाइम मशीन (२०२३ )(2023)
मैं रुकना नहीं चाहता था और मैंने फिर Nicola Tesla के टाइम मशीन के बारे में डीप अध्यन करना शुरू किया। और फिर शुरू हुई मौत का तांडव क्योंकि इस साल इलेक्शन थे इसीलिए कई जगह बम ब्लास्ट हुए बहुत लोग मारे गए। लेकिन मैंने सोचा अगर टाइम मशीन बन गई तो समय में पीछे लौटकर उन लोगो को बचाया जा सकता है। इस तरह मैंने मशीन में और तेज़ी से गहरी अध्यन करने लगा ,और मेरी सफलता रंग लाई। मशीन तो बन गया लेकिन उसमे मैंने दूसरे -दूसरे गैलेक्सी में जाकर जीवन खोजने की सोची।
पहली समय यात्रा
जब मैं पहली समय यात्रा एअर्थ से मंगल ग्रह पर किया ,सिर्फ १ मिनट के लिए टाइम मशीन कुछ ऐसा काम करता था आप उसमे जितने समय का टाइम सेट करेंगे आप उतना ही समय किसी जगह रह सकते है जहा आप जाना चाहते हो। इस तरह मैं पहली यात्रा मंगल ग्रह पर किया। जो बिल्कुल सफ़ल रहा। और फिर तुरंत मैंने तीस सेकण्ड का टाइम सेट किया जुपिटर ग्रह के लिए। ग्रह में पहुंच तो गया लेकिन मैं कहीं रुक ही नहीं पा रहा था मैंने अंदर की ओर लगातार घुसा जा रहा था। मेरी सांसे फूल रही थी की अचानक एक परत में जा टकराया और खड़ा हो गया अचानक देखा एक तूफ़ान तेजी से मेरी ओर आ रहा था और मुझे लगा मेरा अंत होने ही वाला है की जैसे ही तूफान मुझे उड़ाया और टाइम खत्म मैं वापस धरती में टाइम मशीन वाली जगह आ गिरा। यह काफी डरावना था क्योंकि मैं मरते -मरते बचा था।
Alfendro galaxy
अब मैं किसी गैलेक्सी की तलाश कर रहा था ,मैंने टाइम मशीन को अन्य गैलेक्सी की खोज के लिए एक न्यू फ्यूचर लॉन्च किया। जिसमें ये गैलेक्सी के नाम शो कर दिया। मैंने उसमे से पहली गैलेक्सी जाने का निर्णय लिया एक घंटे के लिए और चला गया वहाँ सब कुछ नार्मल था जहाँ हमारा पृथ्वी खत्म होने को था वहाँ दुनिया की शुरूवात हो रही थी। काफी डेटा मैंने वहाँ से ली फिर मेरी नज़र एक खूबसूरत लड़की पर पड़ी ,मैंने उसका पीछा किया मैंने जब उससे कुछ बोला वह समझ नहीं पाई। क्योंकि हमारी भाषा और उनकी भाषा अलग थी। मुझे बिश्वास नहीं था ,की हमारे आलावा भी इस दुनिया में है इंसान। मैंने ऐसी चीजों को दुनिया के सामने बाटने का सोचा ,लेकिन अगर ये गलत हाथों में पड़ गया तो यह नेचर के प्रति हो जायेगा और पृथ्वी का अंत कभी -भी हो सकता था इसीलिए मैंने इसे गुप्त रखा। इस गैलेक्सी में सबकुछ नया था मानो दुनिया की शुरुवात हो रही हो काफी खूबसूरत नजारा था। इस तरह घूमते -घूमते और उस लड़की को देखते कब एक घंटा निकल गया पता ही ना चला और अचानक मैं धरती में पहुंच गया। फिर मैंने भाषा समझने के लिए एक नई डिवाइस बनाई और इस बार मैंने पुरे एक दिन का टाइम सेट किया और फिर उसी गैलेक्सी में चला गया। अब मैं इस डिवाइस से उनकी भाषा समझ सकता था। उसका नाम अलिसा था ,मैं उससे काफी बात किया लेकिन जब मैं उसके सामने एक साइंस म्यूजियम गया तो पता चला Alfendro गैलेक्सी में कुल ३६ ग्रह है ,इस तरह मैं काफ़ी चीजों को जाना ,फिर मैं उसके घर गया यह बोलकर की मैं अलिसा को नौकरी दिलवा दूंगा अच्छे जगह इस तरह घर में एंट्री तो मिल गई ,लेकिन उससे बात करते कब नींद आ गई पता ही ना चला सुबह उठा तो धरती में अपने टाइम मशीन में था।
बाहर जाकर देखा तो सब कुछ बदला हुआ सा था मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा था क्योंकि कल तक तो ऐसा कुछ भी नहीं था हमारे शहर में जब मैंने बाहर जाकर चाय पीने का सोचा और बाहर जब चाय पी रहा था तब अचानक मेरी नजर पेपर पर पड़ी क्योंकि ये साल 2028 था। मैं कुछ समझ नहीं पा रहा था क्योंकि वहाँ का एक दिन और यहाँ का पांच साल समझ नहीं आ रहा था। और इस तरह मैं सोचा मशीन में कुछ गड़बड़ी हुई है लेकिन मैं और चीजों को नोटिस नहीं किया क्योंकि रांची शहर जहा मेरा पैलेस था। उस शहर में इमरजेंसी अलर्ट था ज्वाला मुखी का कुछ लोग बस रुके थे जिन्हे अब जीने की इच्छा नहीं थी जैसे वो चाय वाला।
साल 2030 में ज्वालामुखी का फटना
लेकिन मुझे इन सब बातों का पता नहीं था मैं टेंशन में था की मशीन में कुछ गड़बड़ी हुई है ,जिससे मैं पांच साल आगे आ गया हूँ ,और मैं मशीन की जांच अच्छे से किया और फिर मैंने इस बार तीन दिन का टाइम सेट किया और चला गया Alfendro Galaxy रिसर्च और प्यार का भूत स्वर जो था। और इधर पृथ्वी में रेस्क़ुए टीम लोगो को शहर से बाहर लेग रही थी। मैंने जब अलिसा से मिला तो वह बोली कहा चले गए थे अचानक मैं परेशान हो गई थी ,मैं बोला बस घर गया था। वह बोली चलो आज कहीं घूम कर आते है ,मैं बोला चलो और फिर हम घूमने निकले ,अचानक मैं पृथ्वी में आ गिरा जहाँ टाइम मशीन था। मैंने देखा बाहर आकर हमारे घर के पीछे वाले पहाड़ से ज्वाला मुखी फट रही थी। मशीन में कुछ ज्वालामुखी के पत्थर लगे थे जिस कारन वह काम नहीं करने लगा था ,मैं इधर -उधर भाग रहा था। भागते -भागते अचानक एक ज्वालामुखी का गर्म जलता हुआ पत्थर मेरे पैर में आ लगा और मैं गिर पड़ा। मैं किसी तरह फिर भी आगे बढ़ते हुए जा रहा था की एक ज्वालामुखी मेरे सामने आ गिरा बम की तरह और मैं उसकी तेज गर्मी से आगे जा गिरा और बेहोस हो गया। ऑंखें खुली तो हॉस्पिटल में था और ये साल 2030 था। Chapter-1
The End
Author-Amit Rockz
- यह कहानी का चैप्टर १ है ,जिसमे मैंने इसका शुरूवाती दौर के बारे में बताया है। जिसमें एक साइंटिस्ट को दूसरी ग्रह की लड़की से प्यार हो जाता है ,लेकिन टाइम ट्रेवल मशीन में कुदरती नुक्सान होता है, और वह वापस धरती में आ जाता है।
- लेकिन क्या अब साइंटिस्ट बादल अब दोबारा उस ग्रह में जायेंगे या नहीं या वो अपना बचा हुआ जीवन इसी धरती में बितायेंगे ?
- क्या वे दोबारा अलीशा अपने प्यार से मिल पायंगे या ये उनके प्यार का अंत था ? कई सारे सवाल और जवाब आएंगे चैप्टर -२ में।
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