Pain, Desire and Human
Pain, Desire and Human
Pain, Desire and Human |
समय मे समय बीतता गया न सफलता मिली न दर्द कम हुआ।फिर भी मै अपनी कोशिश करता गया।अब तो इच्छा भी न रही उम्मीद की।इन हलातो मे मै अब कुछ पाने की उम्मीद छोड़कर चल पड़ा, अपने ज्ञान को दुनिया को बाटने, क्योंकि आपकी अंतिम चिता के साथ आपके दुःख, दर्द, मेहनत और संघर्ष दफन होकर रह जाते है । अगर आप उसे दुनिया के साथ नही बाटते। आपके हिस्से के हर दुःख, दर्द , मेहनत और संघर्ष का पता दुनिया वालो को चलना चाहिए। क्योंकि आपके जैसे लाखो लोग है, जो हर रोज आपकी ही तरह गुजर रहे है, क्या पता आपके बताए रास्ते पर किसी को उम्मीद, मकसद मिल जाए।कल क्या होगा हम नही जानते लेकिन हम सिर्फ आज मे जीते है , जहाँ हमारे सपने, मकसद और हमारी सफलता होती है। एक महान इंसान होने के लिए जरूरी नही बहुत सारे डिग्रीयो की , पैसो की उसके बाद आप निकलो , एक महान इंसान अपने तजुर्बे और संघर्ष के साथ दुनिया मे कुछ कर गुजरता है। हम कितनी मुसीबत मे है, ये बात हमसे बेहतर कोई नही जानता । लेकिन एक न एक दिन दुनिया को हमारी संघर्ष का पता चलता है।कुछ लोगो को कल की फिक्र होती है लेकिन हमे सिर्फ आज मे जीना चाहिए। क्या पता कल हम हमारी पहचान बताने के लिए हम ही न हो। आप जहाँ है वही से शुरू किजिए क्योंकि मेहनत और जुनून समय देखकर शुरू नही की जाती । हमारे वजूद का वही पल मजेदार होता है , जिन्हे हम सबसे ज्यादा दुःख और संघर्ष मे काट कर आगे बढ़ते है । एक अच्छे इतिहासकार का जीवनी उसके पैसन और काम के प्रति अंतिम छोर तक न्योछावर कर देता है। यही तो हमारे वजूद का वह हिस्सा है , जो हमारे वजूद का दुःख, दर्द, इच्छा और सफलता का रहस्य कब, क्यो और कैसे बनकर रह जाता है।
Author- Amit Rockz
Comments
Post a Comment