Maa The Legend
Maa The Legend
आज मदर्स डे है और मुझे याद भी नहीं था। सुबह के 10 बजे जब मैं उठा और व्हाट्सप्प पे दोस्तों का स्टेटस देखा तो मुझे पता चला। और मुझे पता नहीं होने के कारन मैंने मदर्स डे में कोई आर्टिकल भी नहीं लिखा। लेकिन फिर थोड़ी देर बाद मुझे ख्याल आया क्यों न लेट ही सही एक स्टोरी माँ के नाम लिखी जाय फिर मैंने एक कहानी सोची और लिखी।
सबसे पहले सभी माताओं को मेरा प्रणाम आप है तो दुनिया है।
आप सभी के लिए एक छोटी सी कहानी।
यह कहानी एक एक्सीडेंटल घटना पर आधारित है।
सन् 1996 मेरा जन्म सानफ्रांसिस्को में हुआ था। मेरे पापा और मम्मी दोनों कहानियाँ लिखते थे मेरे पापा हिस्टोरिकल चीजों में कहानियाँ लिखते थे वे हिस्ट्री में p.hed किये हुए थे और माँ जियोग्राफी में एक हिस्टोरिकल चीजे ढूंढते तो दूसरे खजाना इसीलिए माँ और पापा का रिलेशन काफी अच्छा था। और उनकी वजह से हमे हमेशा नए- नए जगह जाने का मौका मिलता। इसिलए हमलोग स्कूल काफी जायदा एब्सेंट करते थे। मेरे माँ पापा की लव मैरिज हुए थी। पापा को हिस्टोरिकल चीजों से काफी प्यार था। इसीलिए शायद वे उस समय के बहुत बड़े म्यूजियम में काम करते थे। माँ भी उसी कंपनी में काम करती थी। सैलरी काफी अछि थी। हमारा छोटा सा परिवार था।,हमारे पास खुद का जेट विमान था। हमलोग कही भी अपने विमान से जाते थे। छोटी जगहों के लिए हमलोग कार ही यूज़ करते थे।
BOUVET ISLAND
एक बार माँ पापा ने कुछ नया जगह जाने का सोचा। इसके लिए उन्होंने एक आइलैंड जाने को चुना। उन्होंने काफी रिसर्च की आइलैंड के बारे में। और फिर उन्हें bouvet island जाने का सोचा। इस आइलैंड को कोई अच्छे से नहीं जनता था। इसीलिए हमारे पास काफी काम जानकारी थी इस आइलैंड के बारे में.
28 अगस्त की सुबह हम तीनों निकले bouvet आइलैंड के लिए अपने विमान से। 4 -5 घंटे में हम बस उस आइलैंड के करीब ही थे। लेकिन मौसम ख़राब होने लगा था। थोड़ी देर में बारिश और तेज थंडरस्टॉर्म होने लगी। और अचानक एक बिजली थंडरस्टॉर्म की हमारे जहाज में आ टकराई। इससे हमारा विमान ऑंकंट्रोल होने लगा हम सब घबरा गए हमारा जहाज़ पूरी तरह दिशा खो दिया था। हम तेज़ी से निचे गिर रहे थे। की तब तक एक और बिजली हमारे बिमान से में आ गिरी और हमारा बिमान क्रश हो गया।
अगली सुबह
मेरी आँखे खुली तो देखा मैं आइलैंड में था किनारे पर इधर -उधर माँ -पापा को खोजने लगा। लेकिन कहीं कही सिर्फ हमारे जहाज के सामान गिरे पड़े थे। बहुत देर ढूढ़ने के बाद भी कुछ नहीं मिली। मैं रो रहा था आवाज लगा रहा था। लेकिन वहाँ हमारी सुनने वाला कोई नहीं था। माँ -पापा का कुछ पता नहीं था।
धीरे -धीरे मैंने अपने आप को सम्भला और किसी तरह जिन्दा रहने के लिए संघर्ष करने लगा। इस तरह 3 दिन बीत चुके थे। मैं वह के फ़ल -फूल और कुछ चीजों को खाकर जिन्दा था।
एक जहाज़
एक दिन उस आइलैंड में एक जहाज़ आई। मैंने उनसे पूछा आपने हमे ढूंढा कैसे तोह जहाज़ के कप्तान ने बताया एक औरत हमारे पास आई थी . उसने बोला मेरा बेटा bouvet आइलैंड में फ़सा हुआ है,उसे प्लीज बचा लीजिए। मैं उसे रोज़ मना करता और वह रोज आकर हमसे बस एक ही बात बोलती मेरे बेटे को बचा लीजिए।एक दिन वह अपने पति के साथ आई और उन दोनों ने मुझे 5 लाख डॉलर और अपनी पूरी जायदाद मेरे नाम कर दिया दोनों ने। यह कहानी सुनाते सुनाते और हमारे बीच बात खत्म होते होते हम आइलैंड के दूसरी ओर आ गए ।
घर वापसी
हम जब उस आइलैंड के दूसरी ओर से वापस आ रहे थे तो आइलैंड के दूसरे ओर दो लाशे दिखीं। कप्तान और मैं जहाज़ से उत्तर कर जाकर देखे तो कप्तान शौक़ रह गया क्यंकि जो लोग उसे उसके बेटे को बचाने के लिए पैसे गुज़ारिश और सारी जायदाद उसके नाम किये थे । वहाँ उन दोनों की लाश पड़ी हुई थी।
written by Amit Rockz
आज मदर्स डे है और मुझे याद भी नहीं था। सुबह के 10 बजे जब मैं उठा और व्हाट्सप्प पे दोस्तों का स्टेटस देखा तो मुझे पता चला। और मुझे पता नहीं होने के कारन मैंने मदर्स डे में कोई आर्टिकल भी नहीं लिखा। लेकिन फिर थोड़ी देर बाद मुझे ख्याल आया क्यों न लेट ही सही एक स्टोरी माँ के नाम लिखी जाय फिर मैंने एक कहानी सोची और लिखी।
Happy Mother's day |
सबसे पहले सभी माताओं को मेरा प्रणाम आप है तो दुनिया है।
आप सभी के लिए एक छोटी सी कहानी।
यह कहानी एक एक्सीडेंटल घटना पर आधारित है।
सन् 1996 मेरा जन्म सानफ्रांसिस्को में हुआ था। मेरे पापा और मम्मी दोनों कहानियाँ लिखते थे मेरे पापा हिस्टोरिकल चीजों में कहानियाँ लिखते थे वे हिस्ट्री में p.hed किये हुए थे और माँ जियोग्राफी में एक हिस्टोरिकल चीजे ढूंढते तो दूसरे खजाना इसीलिए माँ और पापा का रिलेशन काफी अच्छा था। और उनकी वजह से हमे हमेशा नए- नए जगह जाने का मौका मिलता। इसिलए हमलोग स्कूल काफी जायदा एब्सेंट करते थे। मेरे माँ पापा की लव मैरिज हुए थी। पापा को हिस्टोरिकल चीजों से काफी प्यार था। इसीलिए शायद वे उस समय के बहुत बड़े म्यूजियम में काम करते थे। माँ भी उसी कंपनी में काम करती थी। सैलरी काफी अछि थी। हमारा छोटा सा परिवार था।,हमारे पास खुद का जेट विमान था। हमलोग कही भी अपने विमान से जाते थे। छोटी जगहों के लिए हमलोग कार ही यूज़ करते थे।
BOUVET ISLAND
एक बार माँ पापा ने कुछ नया जगह जाने का सोचा। इसके लिए उन्होंने एक आइलैंड जाने को चुना। उन्होंने काफी रिसर्च की आइलैंड के बारे में। और फिर उन्हें bouvet island जाने का सोचा। इस आइलैंड को कोई अच्छे से नहीं जनता था। इसीलिए हमारे पास काफी काम जानकारी थी इस आइलैंड के बारे में.
28 अगस्त की सुबह हम तीनों निकले bouvet आइलैंड के लिए अपने विमान से। 4 -5 घंटे में हम बस उस आइलैंड के करीब ही थे। लेकिन मौसम ख़राब होने लगा था। थोड़ी देर में बारिश और तेज थंडरस्टॉर्म होने लगी। और अचानक एक बिजली थंडरस्टॉर्म की हमारे जहाज में आ टकराई। इससे हमारा विमान ऑंकंट्रोल होने लगा हम सब घबरा गए हमारा जहाज़ पूरी तरह दिशा खो दिया था। हम तेज़ी से निचे गिर रहे थे। की तब तक एक और बिजली हमारे बिमान से में आ गिरी और हमारा बिमान क्रश हो गया।
अगली सुबह
मेरी आँखे खुली तो देखा मैं आइलैंड में था किनारे पर इधर -उधर माँ -पापा को खोजने लगा। लेकिन कहीं कही सिर्फ हमारे जहाज के सामान गिरे पड़े थे। बहुत देर ढूढ़ने के बाद भी कुछ नहीं मिली। मैं रो रहा था आवाज लगा रहा था। लेकिन वहाँ हमारी सुनने वाला कोई नहीं था। माँ -पापा का कुछ पता नहीं था।
धीरे -धीरे मैंने अपने आप को सम्भला और किसी तरह जिन्दा रहने के लिए संघर्ष करने लगा। इस तरह 3 दिन बीत चुके थे। मैं वह के फ़ल -फूल और कुछ चीजों को खाकर जिन्दा था।
एक जहाज़
एक दिन उस आइलैंड में एक जहाज़ आई। मैंने उनसे पूछा आपने हमे ढूंढा कैसे तोह जहाज़ के कप्तान ने बताया एक औरत हमारे पास आई थी . उसने बोला मेरा बेटा bouvet आइलैंड में फ़सा हुआ है,उसे प्लीज बचा लीजिए। मैं उसे रोज़ मना करता और वह रोज आकर हमसे बस एक ही बात बोलती मेरे बेटे को बचा लीजिए।एक दिन वह अपने पति के साथ आई और उन दोनों ने मुझे 5 लाख डॉलर और अपनी पूरी जायदाद मेरे नाम कर दिया दोनों ने। यह कहानी सुनाते सुनाते और हमारे बीच बात खत्म होते होते हम आइलैंड के दूसरी ओर आ गए ।
घर वापसी
हम जब उस आइलैंड के दूसरी ओर से वापस आ रहे थे तो आइलैंड के दूसरे ओर दो लाशे दिखीं। कप्तान और मैं जहाज़ से उत्तर कर जाकर देखे तो कप्तान शौक़ रह गया क्यंकि जो लोग उसे उसके बेटे को बचाने के लिए पैसे गुज़ारिश और सारी जायदाद उसके नाम किये थे । वहाँ उन दोनों की लाश पड़ी हुई थी।
written by Amit Rockz
Perfect story ever
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