14 साल -the time travel
14 साल।
Time Travel Story
यह एक बहुत ही पुरानी कहानी है। जो ग्रीनलैंड 1898 मे शुरू हुई ।यह कहानी है,वैज्ञानिक अमृत की ।
अमृत का जन्म 1898मे हुआ था।अमृत का घर ग्रीनलैंड के एक छोटे से गाँव मे है।उनके पिता एक स्कूल मास्टर है ।उनके गाँव मे एक भी डाक्टर नही है,उनके गाँव वालो को तबीयत खराब हो तो शहर जाना पड़ता है और ज्यादा खराब होने से शहर पहुंचने तक कई लोगो की मौत हो गई थी ।इसलिए अमृत के पिता उसे डाक्टर बनना चाहते है। 8साल की उम्र मे पढाई करने शहर भेज देते है ।1912 मे अमृत की मुलाकात कृषम से हुई और दोनो मे अच्छी दोस्ती हो गई ।दोनो एक दूसरे से सारी बात बताते।अमृत और कृषम दोनो गरीबो की मदद करना चाहते थे और वे दोनो डाॅक्टर बनना चाहते थे।लेकिन किस्मत कहा किसको ले जाए ये कोई नही जानता ।
1915 मे दोनो ने मैट्रिक की परीक्षा दी और फिर दोनो ने अलग अलग स्कूल चले गए ।दो साल बाद 1917 मे फिर मिले मेडिकल की तैयारी के लिए ।लेकिन जब रिजल्ट घोषित हुई तो अमृत केमेस्ट्री मे फेल हो गया था ।उसने एक साल तक सिर्फ केमेस्ट्री को पढा, 1918मे वह पास तो हो गया लेकिन अब वह डॉक्टर नही बनना चाहता था ।क्योकि जब वह केमेस्ट्री पढ रहा था। तब वह इतना अंदर चला गया केमेस्ट्री की रूचि मे की अब उसकी चाह वैज्ञानिक बनने की थी । एक दिन वह हिना से मिला और न चाहते हुए भी वह उससे पहली ही नजर मे प्यार कर बैठा ।हिना उसकी 12 की स्कूल की ही थी लेकिन बात दोनो को पता नही थी फिर 6,7 महिने तक बात करते करते अमृत बोलता है हिना मै डाॅक्बटर बनना चाहता हू अगर मै नही बन पाया तो तुम्हारी जिन्दगी से हमेशा के लिए चला जाऊगा ।
हिना ने कहा अपनी बाते बन्द कर और पढाई मे ध्यान दे।फिर वह कृषम से ऐसी ऐसी बाते बताई जो किसी को पता नही होती ।जहा कृषम देश की जनता की भलाई के बारे सोचता तो अमृत पूरे विश्व की भलाई । फिर 1918 मे जब मेडिकल कॉलेज की परीक्षा हुए तब वह उसमे बैठा ही नही और कुछ दिन बाद वह रिजल्ट घोषित होने के बाद वह हिना से कह दिया उसका मेडिकल परीक्षा नही निकला ।और धीरे धीरे दोनो का बात होनी बन्द हो गई ।
कुछ दिन बाद 1918 मे अमृत सबसे छुपाकर एक लैबोरेटरी बनाया ।जहाँ उसने नामुमकिन रिसर्च शुरू किया ।उसने ऐसे ऐसे इंसान को बनाया जिसकी उम्र 200-300साल थी।उन्होंने नए -नए मयूटेन्ट बनाने में काफ़ी सफलता पाई। लेकिन एक दिन लैबोरेटरी मे रखे केमिकलस मे कुछ विस्फोटक हुई ।और अमृत उसमे बेहोश हो गया ।
भाग-2
सन्1932 अखिल नाम का एक लडका जिसकी उम्र14 साल थी। वह स्कूल से घर सैक्ल से जा रहा था ।अचानक स्पीड से एक गाड़ी उसकी तरफ आ रही थी वह गाड़ी की तेजी देखकर घबरा गया और वह असंतुलित होकर गाडी से जा टकराया।और वह बेहोश हो गया ।जिस गाड़ी से टकराया वह गाडी कृषम की थी ।जब कृषम गाड़ी से बाहर आया और उस बच्चे को देखा तो वह दंग रह गए ।क्योकि उस बच्चे की पूरी सकल अमृत की थी।
कृषम उसे तुरंत अस्पताल ले आया और उसका इलाज करने के थोड़ी देर बाद जब उस बच्चे को होश आया ।और फिर जब कृषम उससे मिलने गया तो उसने ऐसी बात बोली की कृषम चौक गया।
उसने बोला अरे कहा था 14 दिन से और क्यो नही मिल रहा ??कुछ दिक्कत है क्या? ?कृषम और चोक गया!!
कृषम बोला 14 दिन! !क्या तुम अमृत के बेटे हो ??वह बेवकूफ कहा है? ?
बच्चा बोला अबे तू पागल हो गया है क्या मुझे ही मेरा बेटा बोल रहा है।और ये 14 दिन तो तू ऐसे बोल रहा है जैसे 14 साल हो गए ??
कृषम : लेकिन तुम तो14साल से लापता हो।
बच्चा :क्या बोल रहे हो ??
कृषम:उसे सारी न्यूज दिखाता है।
बच्चा बोलता है मुझे विश्वास नही हो रहा ।
कृषम:कही तुम जो एक्सप्रेमिन्ट कर रहे थे उसकी वजह से तो ऐसा नही ना हो गया??
बच्चा :ये कौन सी साल है?
कृषम:1 अगस्त 1932 ।
बच्चा :ओ माई गॉड मै तो लेबोरेटरी मे था यहाँ कैसे आया ? कृषम ने सारी बात बताई फिर मै वहाँ कैसे पहुंचा ?मै तो लेबोरेटरी मे था ?
कृषम बोला तुम ये ड्रेस क्यो पहने हो स्कूल का??
बच्चा :हमे शायद इसी स्कूल से पता चलेगा स्कूल से पता चला वह किसी बिजनेस मैन का बेटा है।
वह अब परेशान हो गया की मेरे पापा तो स्कूल मास्टर थे ।
फिर वे दोनो स्कूल के बताए पते पर गए।पता चला घर जाकर सारी बाते सच निकली उनकी माँ ने बताया इसका नाम अखिल है.और उसकी उम्र 14 साल है।
अब अमृत बहुत बड़ी दुविधा मे फस गया था ।कुछ सोचने विचारने के बाद वह वापस अपनी लैबोरेटरी मे आया कृषम के साथ और सबसे बड़ी बात यह थी कि अमृत को अपनी पिछले जन्म की सारी बात याद थी लेकिन इस जन्म की बाते उसे कुछ याद नही थी । फिर उसने वही किया जहाँ से उसका अंत हुआ था ।उस लैबोरेटरी मे जाने पर दिखा वहाँ अमृत की लाश पड़ी हुई थी । हैरान की बात यह थी अमृत की लाश न सड़ी न बैक्टीरिया लगी हुई थी वह एकदम ताजा थी । इसके बाद ये लोग और भी परेशान हो गए थे । ये कैसे हो सकता है ।
chapter-1
by Amit Rockz
Time Travel Story
14 years -the time travel story
यह एक बहुत ही पुरानी कहानी है। जो ग्रीनलैंड 1898 मे शुरू हुई ।यह कहानी है,वैज्ञानिक अमृत की ।अमृत का जन्म 1898मे हुआ था।अमृत का घर ग्रीनलैंड के एक छोटे से गाँव मे है।उनके पिता एक स्कूल मास्टर है ।उनके गाँव मे एक भी डाक्टर नही है,उनके गाँव वालो को तबीयत खराब हो तो शहर जाना पड़ता है और ज्यादा खराब होने से शहर पहुंचने तक कई लोगो की मौत हो गई थी ।इसलिए अमृत के पिता उसे डाक्टर बनना चाहते है। 8साल की उम्र मे पढाई करने शहर भेज देते है ।1912 मे अमृत की मुलाकात कृषम से हुई और दोनो मे अच्छी दोस्ती हो गई ।दोनो एक दूसरे से सारी बात बताते।अमृत और कृषम दोनो गरीबो की मदद करना चाहते थे और वे दोनो डाॅक्टर बनना चाहते थे।लेकिन किस्मत कहा किसको ले जाए ये कोई नही जानता ।
1915 मे दोनो ने मैट्रिक की परीक्षा दी और फिर दोनो ने अलग अलग स्कूल चले गए ।दो साल बाद 1917 मे फिर मिले मेडिकल की तैयारी के लिए ।लेकिन जब रिजल्ट घोषित हुई तो अमृत केमेस्ट्री मे फेल हो गया था ।उसने एक साल तक सिर्फ केमेस्ट्री को पढा, 1918मे वह पास तो हो गया लेकिन अब वह डॉक्टर नही बनना चाहता था ।क्योकि जब वह केमेस्ट्री पढ रहा था। तब वह इतना अंदर चला गया केमेस्ट्री की रूचि मे की अब उसकी चाह वैज्ञानिक बनने की थी । एक दिन वह हिना से मिला और न चाहते हुए भी वह उससे पहली ही नजर मे प्यार कर बैठा ।हिना उसकी 12 की स्कूल की ही थी लेकिन बात दोनो को पता नही थी फिर 6,7 महिने तक बात करते करते अमृत बोलता है हिना मै डाॅक्बटर बनना चाहता हू अगर मै नही बन पाया तो तुम्हारी जिन्दगी से हमेशा के लिए चला जाऊगा ।
हिना ने कहा अपनी बाते बन्द कर और पढाई मे ध्यान दे।फिर वह कृषम से ऐसी ऐसी बाते बताई जो किसी को पता नही होती ।जहा कृषम देश की जनता की भलाई के बारे सोचता तो अमृत पूरे विश्व की भलाई । फिर 1918 मे जब मेडिकल कॉलेज की परीक्षा हुए तब वह उसमे बैठा ही नही और कुछ दिन बाद वह रिजल्ट घोषित होने के बाद वह हिना से कह दिया उसका मेडिकल परीक्षा नही निकला ।और धीरे धीरे दोनो का बात होनी बन्द हो गई ।
कुछ दिन बाद 1918 मे अमृत सबसे छुपाकर एक लैबोरेटरी बनाया ।जहाँ उसने नामुमकिन रिसर्च शुरू किया ।उसने ऐसे ऐसे इंसान को बनाया जिसकी उम्र 200-300साल थी।उन्होंने नए -नए मयूटेन्ट बनाने में काफ़ी सफलता पाई। लेकिन एक दिन लैबोरेटरी मे रखे केमिकलस मे कुछ विस्फोटक हुई ।और अमृत उसमे बेहोश हो गया ।
भाग-2
सन्1932 अखिल नाम का एक लडका जिसकी उम्र14 साल थी। वह स्कूल से घर सैक्ल से जा रहा था ।अचानक स्पीड से एक गाड़ी उसकी तरफ आ रही थी वह गाड़ी की तेजी देखकर घबरा गया और वह असंतुलित होकर गाडी से जा टकराया।और वह बेहोश हो गया ।जिस गाड़ी से टकराया वह गाडी कृषम की थी ।जब कृषम गाड़ी से बाहर आया और उस बच्चे को देखा तो वह दंग रह गए ।क्योकि उस बच्चे की पूरी सकल अमृत की थी।
कृषम उसे तुरंत अस्पताल ले आया और उसका इलाज करने के थोड़ी देर बाद जब उस बच्चे को होश आया ।और फिर जब कृषम उससे मिलने गया तो उसने ऐसी बात बोली की कृषम चौक गया।
उसने बोला अरे कहा था 14 दिन से और क्यो नही मिल रहा ??कुछ दिक्कत है क्या? ?कृषम और चोक गया!!
कृषम बोला 14 दिन! !क्या तुम अमृत के बेटे हो ??वह बेवकूफ कहा है? ?
बच्चा बोला अबे तू पागल हो गया है क्या मुझे ही मेरा बेटा बोल रहा है।और ये 14 दिन तो तू ऐसे बोल रहा है जैसे 14 साल हो गए ??
कृषम : लेकिन तुम तो14साल से लापता हो।
बच्चा :क्या बोल रहे हो ??
कृषम:उसे सारी न्यूज दिखाता है।
बच्चा बोलता है मुझे विश्वास नही हो रहा ।
कृषम:कही तुम जो एक्सप्रेमिन्ट कर रहे थे उसकी वजह से तो ऐसा नही ना हो गया??
बच्चा :ये कौन सी साल है?
कृषम:1 अगस्त 1932 ।
बच्चा :ओ माई गॉड मै तो लेबोरेटरी मे था यहाँ कैसे आया ? कृषम ने सारी बात बताई फिर मै वहाँ कैसे पहुंचा ?मै तो लेबोरेटरी मे था ?
कृषम बोला तुम ये ड्रेस क्यो पहने हो स्कूल का??
बच्चा :हमे शायद इसी स्कूल से पता चलेगा स्कूल से पता चला वह किसी बिजनेस मैन का बेटा है।
वह अब परेशान हो गया की मेरे पापा तो स्कूल मास्टर थे ।
फिर वे दोनो स्कूल के बताए पते पर गए।पता चला घर जाकर सारी बाते सच निकली उनकी माँ ने बताया इसका नाम अखिल है.और उसकी उम्र 14 साल है।
अब अमृत बहुत बड़ी दुविधा मे फस गया था ।कुछ सोचने विचारने के बाद वह वापस अपनी लैबोरेटरी मे आया कृषम के साथ और सबसे बड़ी बात यह थी कि अमृत को अपनी पिछले जन्म की सारी बात याद थी लेकिन इस जन्म की बाते उसे कुछ याद नही थी । फिर उसने वही किया जहाँ से उसका अंत हुआ था ।उस लैबोरेटरी मे जाने पर दिखा वहाँ अमृत की लाश पड़ी हुई थी । हैरान की बात यह थी अमृत की लाश न सड़ी न बैक्टीरिया लगी हुई थी वह एकदम ताजा थी । इसके बाद ये लोग और भी परेशान हो गए थे । ये कैसे हो सकता है ।
chapter-1
by Amit Rockz
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