Blogger Success Story
एक कहानी थी।एक महान ब्लाँगर की वह इंसान काफी ज्यादा मसहूर तो नही हो सका लेकिन उसने कुछ ऐसा काम किया की बहुतो लड़कियों का घर बस गया।
सन् 2005 कोलकाता
कोलकाता एक ऐसा शहर है, जहाँ रोज लोग एक सपना लेकर आते है पैसा कमाने और लाखो स्टूडेंट पढ़ने।
बबलू भी उन्ही स्टेडेंटो मे से एक था।वह 18 साल का था और कोलकाता मे बी कोम करने आया था।
बबलू का पैशन ब्लाँगिंग था समय निकालकर वह ब्लाँगिंग करता और छुट्टी के दिन अक्सर करता था।
समय बीतता गया और वह ब्लाँगिंग के क्षेत्र मे काफी आगे बढ़ने लगा पढ़ाई के साथ-साथ।
उसे काफी अच्छे आँफर आने लगे ।
उसकी कहानीयाँ बिकने लगी उसकी पोस्ट रैंक करने लगी ।उसे बहुत पैसे मिलने लगे।वह पैसो का बादशाह बन गया।
एक साल बाद
समय के साथ-साथ पैसो का बढ़ने से वह गलत संगत मे पड़ने लगा वह दारू पीना लेडिज बार जाना शुरू कर दिया।
और फिर वह भी गलत संगत मे रहकर सोनागाक्षी जैसे रेडलाइट वाले इलाके मे जाना शुरू कर दिया था।
और एक उसको लेडिज बार मे मिली हेमा ।वह हेमा से काफी आकर्षित होने लगा उसके प्यार मे पड़ने लगा।कई राते हेमा के साथ रहने के बाद उसने आखिर हेमा से पुछा हेमा तुम यहाँ काम क्यूँ करती हो और यहाँ कैसे आई????
यह सवाल एक वैश्या से पुछना उतना दर्दनाक नही है एक इंसान का जितना की उसे यह जवाब देना और उसके भूतकाल को याद कराना।
हेमा थोड़ी देर शांत होकर बोली ।मेरी कहानी और मेरी किस्मत का जवाब नही साहब!यह कभी भी ठोकर दे देती है ।जब मै 15 साल की थी तब मेरे पिताजी का देहांत हो गया।मेरी माँ दूसरो के घरो मे झाँडू पोछा खाना बनाकर काम करकर हमारा गुजारा कर रही थी ।की एक दिन वह सिढीयो से गिर गई और उसका पैर परालाइज हो गए।
मै जब काम ढूँढने निकली तो मुझे कोई अच्छा काम नही मिलने लगा।अच्छा काम के लिए लोग डिग्रीयाँ माँगते थे।एक दिन मुझे रमेश मिला मेरा मोहल्ला का था ।उसने मुझे यहाँ काम दिलवाया।और फिर मै इन पैसो से घर चलाने और छोटे भाई-बहन को पढ़ाने लगी ।
अच्छे इंसान सिर्फ इस दुनिया मे हाथी की दाँत की तरह होते है दिखावे के सिर्फ जो लोग अच्छे -अच्छे भाषण देते है टीवी मे वही लोग सबसे ज्यादा यहाँ आते है ।
और इन हालातो मे मै यहाँ से चली गई तो मेरे भाई-बहनो का क्या होगा???छोड़ो साहब ऐसे बहुत से लोग रोज हमदर्दी दिखाते है।
हेमा की यह बाते सुनकर बबलू के आँखो मे आँसू आ गए थे।उसे अपने करेक्टर पर थूक आ रहा था।
अगली सुबह
वह जब अपने घर गया तो हेमा की बाते उसे काफी परेशान कर रही थी ।उसे अपने करेक्टर पर घीण आने लगी ।फिर उसने उनके लिए कुछ करने का सोचा।।।।।
और एक दिन वह जब उस लेडिज बार मे आया तो देखा बार बंद था।पता करने पर पता चला वहाँ पुलिस की रेड पड़ी थी।सारे लड़कियों को जेल ले गए थे।वह भाँगा हुआ जेल गया और सब लड़कियों को बेल करवाया।
अब उन लड़कियों के पास कोई काम नही थी। बबलू ने सबको कुछ -कुछ पैसे दिए और बोला अभी तुमलोग काम चलाओ मै तुम लोगो के लिए कुछ सोचता हूँ ।
अगली सुबह
बबलू ने एक न्यूज चैनल खोलने की सोची और सबको काम देने का और उसने यही किया उसने न्यूज चैनल खोल ही दी ।
और उन लड़कियों को काम सिखाकर नौकरी दी।
उसके बाद बबलू ने कई जगहों पर जाकर हेमा जैसी लड़कियों का मदद करने लगा।उसने अपनी पूरी कमाई लगाकर बडे बडे रेड लाईट इलाकों से उन लड़कियों को निकालकर काम देने लगा।।।।।
Released on youtube click the link https://youtu.be/_J73fqZsADE
written by Amit Rockz
Blogger success story |
सन् 2005 कोलकाता
कोलकाता एक ऐसा शहर है, जहाँ रोज लोग एक सपना लेकर आते है पैसा कमाने और लाखो स्टूडेंट पढ़ने।
बबलू भी उन्ही स्टेडेंटो मे से एक था।वह 18 साल का था और कोलकाता मे बी कोम करने आया था।
बबलू का पैशन ब्लाँगिंग था समय निकालकर वह ब्लाँगिंग करता और छुट्टी के दिन अक्सर करता था।
समय बीतता गया और वह ब्लाँगिंग के क्षेत्र मे काफी आगे बढ़ने लगा पढ़ाई के साथ-साथ।
उसे काफी अच्छे आँफर आने लगे ।
उसकी कहानीयाँ बिकने लगी उसकी पोस्ट रैंक करने लगी ।उसे बहुत पैसे मिलने लगे।वह पैसो का बादशाह बन गया।
एक साल बाद
समय के साथ-साथ पैसो का बढ़ने से वह गलत संगत मे पड़ने लगा वह दारू पीना लेडिज बार जाना शुरू कर दिया।
और फिर वह भी गलत संगत मे रहकर सोनागाक्षी जैसे रेडलाइट वाले इलाके मे जाना शुरू कर दिया था।
और एक उसको लेडिज बार मे मिली हेमा ।वह हेमा से काफी आकर्षित होने लगा उसके प्यार मे पड़ने लगा।कई राते हेमा के साथ रहने के बाद उसने आखिर हेमा से पुछा हेमा तुम यहाँ काम क्यूँ करती हो और यहाँ कैसे आई????
यह सवाल एक वैश्या से पुछना उतना दर्दनाक नही है एक इंसान का जितना की उसे यह जवाब देना और उसके भूतकाल को याद कराना।
हेमा थोड़ी देर शांत होकर बोली ।मेरी कहानी और मेरी किस्मत का जवाब नही साहब!यह कभी भी ठोकर दे देती है ।जब मै 15 साल की थी तब मेरे पिताजी का देहांत हो गया।मेरी माँ दूसरो के घरो मे झाँडू पोछा खाना बनाकर काम करकर हमारा गुजारा कर रही थी ।की एक दिन वह सिढीयो से गिर गई और उसका पैर परालाइज हो गए।
मै जब काम ढूँढने निकली तो मुझे कोई अच्छा काम नही मिलने लगा।अच्छा काम के लिए लोग डिग्रीयाँ माँगते थे।एक दिन मुझे रमेश मिला मेरा मोहल्ला का था ।उसने मुझे यहाँ काम दिलवाया।और फिर मै इन पैसो से घर चलाने और छोटे भाई-बहन को पढ़ाने लगी ।
अच्छे इंसान सिर्फ इस दुनिया मे हाथी की दाँत की तरह होते है दिखावे के सिर्फ जो लोग अच्छे -अच्छे भाषण देते है टीवी मे वही लोग सबसे ज्यादा यहाँ आते है ।
और इन हालातो मे मै यहाँ से चली गई तो मेरे भाई-बहनो का क्या होगा???छोड़ो साहब ऐसे बहुत से लोग रोज हमदर्दी दिखाते है।
हेमा की यह बाते सुनकर बबलू के आँखो मे आँसू आ गए थे।उसे अपने करेक्टर पर थूक आ रहा था।
अगली सुबह
वह जब अपने घर गया तो हेमा की बाते उसे काफी परेशान कर रही थी ।उसे अपने करेक्टर पर घीण आने लगी ।फिर उसने उनके लिए कुछ करने का सोचा।।।।।
और एक दिन वह जब उस लेडिज बार मे आया तो देखा बार बंद था।पता करने पर पता चला वहाँ पुलिस की रेड पड़ी थी।सारे लड़कियों को जेल ले गए थे।वह भाँगा हुआ जेल गया और सब लड़कियों को बेल करवाया।
अब उन लड़कियों के पास कोई काम नही थी। बबलू ने सबको कुछ -कुछ पैसे दिए और बोला अभी तुमलोग काम चलाओ मै तुम लोगो के लिए कुछ सोचता हूँ ।
अगली सुबह
बबलू ने एक न्यूज चैनल खोलने की सोची और सबको काम देने का और उसने यही किया उसने न्यूज चैनल खोल ही दी ।
और उन लड़कियों को काम सिखाकर नौकरी दी।
उसके बाद बबलू ने कई जगहों पर जाकर हेमा जैसी लड़कियों का मदद करने लगा।उसने अपनी पूरी कमाई लगाकर बडे बडे रेड लाईट इलाकों से उन लड़कियों को निकालकर काम देने लगा।।।।।
Released on youtube click the link https://youtu.be/_J73fqZsADE
written by Amit Rockz
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