Sucide short story आज का मौसम बहुत ही अच्छा है अक्सर वो बोलती थी लेकिन अब मै भी बोलता हूँ ।सच्चा प्यार था हमारा और वो मेरा पहला प्यार थी । काॅलेज का वो पहला इयर जब मैंने उसको देखा शांति से अकेली पीछे बैठी हुई थी । मुझे समझ नही आ रहा था वो ऐसे अकेले क्यो है मुझे वो कोमपलीकेटेड लगती थी । धीरे-धीरे मै उससे बात करना शुरू किया और 7 दिन बाद मैने उसे प्रपोज कर दिया ।और उसने एक्सेप्ट भी कर लिया फिर हम लंच किये साथ मे। अक्सर संडे को मूवी भी जाते थे ।यह तीन साल कैसे बीत गए हमारे पता ही नही चला हमेशा हँसते खेलते हमदोनो का तीन साल बीत गये और ग्रेजुएशन 🎓 भी कम्प्लीट हो चुका था । हमदोनो ने एक साल बाद शादी करने का फैसला किया कोर्ट मे लेकिन शादी वाले दिन वो नही आई।मै गुस्से से उसके घर गया । उसके घर मे ताला लगा हुआ था । फोन भी नही लग रहा था उसके पढोसीयो से पुछा तो पता चला वे लोग घर बेचकर कही चले गए थे। धीरे-धीरे मै टूट गया था अंदर से। एक सप्ताह तक उससे संपर्क करने का कोशिश किया लेकिन नही कर पाया ।मै एक महीने बाद बंगलोर चला आया ।उसकी बाते हर रोज याद आती । दो महीने बाद मुझे बोस ने अंडमान निको